हिन्दी सायरी का खजाना
---- सायरी का भण्डार ----
शायरी |
1. बदल जाओ बक्त के साथ,
या फिर बदलना सीख लो,
मजबूरियों को मत कोसो
हर हाल मै चलना सीखो
2. घायल कर के उसने पुछा,
करोगे क्या फिर मोहब्बत मुझसे ,
लहू-लहू था दिल मेरा मगर.
होठों ने कहा बेइंतेहा - बेइंतेहा
3. एक उम्र बीत गई,
तुझे कहते हुए,
तू आज भी बेखबर है,
कल की तरह
सायरी |
4. हजारों महफिलें हैं...
लाखों मेले हैं,
पर जहाँ तुम नहीं ,
वहां अकेले है
5. मेरी जिंदगी मेरी
जान हो तुम।
मेरे सुकून का
दूसरा नाम हो।
6 तेरी आँखों ले जादू से
तू खुद नहीं है बाक़िब,
ये उसे भी जीना सिखा देती
जिसे मरने का शौक हो।
7. मेरे बस में होतो,
लहरों को इतना हक़ भी न दू,
लिखूं नाम तेरा किनारे पे
और लहरों को छूने तक न दूँ।
8. तुम पूछ लेना
सुबह से न,
यकीन हो तो
साम से ये दिल
धड़कता है तेरे
ही नाम से।
किसी न किसी को किसी पर
एतवार हो जाता है,
एक अजनबी सा चेहरा ही
यार हो जाता है,
खूबियों से ही नही होती
मोहब्बत सदा,
किसी की कमियों से भी,
किसी की कमियों से भी,
कभी प्यार हो जाता है।
दिल का हाल बताना नही आता,
हमे ऐसे किसी को तड़पाना नही आता,
सुनना तो चाहतें हैं हम उनकी आवाज़ को,
पर हमे कोई बात करने का बहाना नही आता।
हमे ऐसे किसी को तड़पाना नही आता,
सुनना तो चाहतें हैं हम उनकी आवाज़ को,
पर हमे कोई बात करने का बहाना नही आता।
दिल डूब कर रह जाता है
तेरे इन आंखों के प्यालों में,
ये दिल उलझ कर रह जाता है
तेरे मासूम सबालों में,
तुझसे बढ़ कर न कोई है
और न कोई होगा,
तू सबसे हसीन है
सब हुस्न बालो में।
वक्त का पासा कभी भी
पलट सकता है,
तुम भी बही सीतम करना
जो सह सको।
हम न बदलेंगे वक्त की
इस रफ्तार के साथ,
हम जब भी मिलेंगे वही
पुराने अंदाज साथ।
रोने की वजह भी तुम हो
हसने की बजह तुम ही हो,
तुम ही वो वजह हो
जो मेरे होने की वजह हो।
किसी को धोखा देकर ये मत सोचना
कि वो कितना बेबकूफ है।
ये सोचो कि उसे तुम पर
कितना भरोसा है।
वो खुद पे इतना गुरूर करते हैं ,
तो इसमें हैरत की बात नहीं ,
जिन्हें हम चाहते हैं न
तो इसमें हैरत की बात नहीं ,
जिन्हें हम चाहते हैं न
वो आम हो ही नहीं सकते।
खुद से ही जीतने की जिद है मेरी ,
मुझे खुद को ही हराना है ,
मैं भीड़ नहीं हूँ इस दुनिया की ,
मेरे अन्दर ही सारा ज़माना है।
मुझे खुद को ही हराना है ,
मैं भीड़ नहीं हूँ इस दुनिया की ,
मेरे अन्दर ही सारा ज़माना है।
आप हमारी हैसियत का अंदाजा ,
तुम ये जान के लगा लो ,
हम कभी उनके नहीं होते
जो हर किसी के हो गए।
तुम ये जान के लगा लो ,
हम कभी उनके नहीं होते
जो हर किसी के हो गए।
लोग कहते हैं इतनी दोस्ती मत करो
के दोस्त दिल ही पर सवार हो जाए
मैं कहता हूँ दोस्ती इतनी करो
के दुश्मन को भी तुमसे प्यार हो जाए।
तेरे गुरूर को देखकर तेरी
तमन्ना ही छोड़ दी हमने
जरा हम भी तो देखें कौन
चाहता है तुम्हें हमारी तरह।
हम बसा लेंगें दुनिया
किसी और के साथ
तेरे आगे इतना रोयें
तेरे आगे इतना रोयें
इतने बेगैरत नहीं हैं हम।
तेरी मोहब्बत को कभी
खेल नहीं समझा मैंने
वरना खेल तो इतने खेले
कि कभी हारे नहीं।
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